हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیہ السلام
وَ لَيْسَ يُحَبُّ لِلْمُلوكِ أَنْ يُفَرِّطوا فى ثَلاثٍ: فى حِفْظِ الثُّغورِ وَ تَفَقُّدِ الْمَظالِمِ و اختیار الصالحین لاعمالھم
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अधिकारियों के लिए बेहतर नहीं है कि वह तीन कामों में कुताही ही करें।
(1)सीमाओं की रक्षा करने में
(2) पामाल होने वाले होकुक को पलटने में
(3)कामों को अंजाम देने के लिए सक्षम और योग व्यक्ति का चयन करना
तोहफ ए ओकूल,पेंज 319